पूर्णिया: 04 जनवरी : नवनियुक्त जीएनएम का चार दिवसीय उन्मुखीकरण सह प्रशिक्षण कार्यक्रम 28 दिसंबर से 31 दिसम्बरतक आयोजित किया गया । केयर इंडिया के सभागार में आयोजित इस अमानत प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्घाटन केयर इंडिया डिटीएल ने किया था ।. नवनियुक्त जीएनएम को दिए जा रहे अमानत प्रशिक्षण के संबंध में केयर इंडिया के डिटीएल आलोक पटनायक ने बताया चार दिनों तक चले (28 दिसंबर से 31 दिसंबर) आवासीय प्रशिक्षण में नवनियुक्त 21 प्रतिभागियों को शामिल किया गया था ।. इस अमानत प्रशिक्षण कार्यक्रम में नर्स मेंटर सुपरवाइजर के रूप में प्रिंसी दुबे, मधुबाला कुमारी, पिंकी कुमारी जबकि क्लिनिकल टेक्निकल एक्सपर्ट के रूप में ईश्वरी के द्वारा सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया । वहीं स्वास्थ्य विभाग की ओर से ममता कुमारी व टेरेसा मरांडी की प्रतिनियुक्ति की गई थी ।.
मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराना प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य:
अमानत प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान केयर इंडिया के डिटीएल आलोक पटनायक ने बताया कि अस्पताल में आने वाले सभी तरह के मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना ही इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य है। क्योंकि विभिन्न तरह के मरीजों की सेवा करना आप सभी का दायित्व हैं। कुछ वैसे भी मरीज़ होते हैं जिनका प्यार से इलाज़ किया जा सकता है । यह प्रशिक्षण नवनियुक्त जीएनएम के कार्यकौशल में बढ़ोतरी व क्षमता संवर्द्धन में सहायक सिद्ध होगा । इससे जिले में मातृ-शिशु मृत्यु दर में कमी लाने व प्रसव के दौरान आने वाली चुनौतियों से निबटने व प्रसव के बाद जच्चा-बच्चा के सही देखरेख को बढ़ावा मिल सकेगा। उन्होंने प्रशिक्षण में भाग लेने व इससे प्राप्त अनुभव का बेहतर इस्तेमाल कार्य के दौरान करने के लिए प्रतिभागियों को प्रेरित किया । नवनियुक्त जीएनएम प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने- अपने अस्पतालों में रोगियों की सेवा कर अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराना आसान करेंगे और मरीजों की जांच व उपचार बेहतर तरीके से हो सकेगा ।
- मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराना प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य:
कार्य की गुणवत्ता में सुधार व कार्यकौशल में बढ़ोतरी के लिए प्रशिक्षण जरूरी:
संक्रमण काल में सभी तरह के मानकों को ध्यान में रखकर प्रशिक्षण का किया गया आयोजन:
कार्य की गुणवत्ता में सुधार व कार्यकौशल में बढ़ोतरी के लिए प्रशिक्षण जरूरी:
केयर इंडिया के डिस्ट्रिक्ट टेक्निकल ऑफिसर ( फैसिलिटी ) डॉ देवव्रत महापात्रा ने बताया नवनियुक्त जीएनएम को चार दिवसीय अमानत प्रशिक्षण के दौरान नॉर्मल प्रसव, सम्मानपूर्वक मरीजों का देखभाल, नवजात पूर्वजिवित प्रक्रिया ( एनएनआर ), प्रैग्नेंसी इम्यून हाइपरटेंशन (पिआईएच) व पोस्ट पार्टमहम्ब्रेज ( पीपीएच ) सहित कई अन्य महत्वपूर्ण पहलूओं को शामिल किया गया है । इसमें नवनियुक्त जीएनएम के पास उपलब्ध जानकारी, उनका कौशल, आवश्यक प्रशिक्षण व प्रशिक्षण के उपरांत उनके कार्यकौशल में आये बदलाव पर ध्यान केंद्रित किया जाना है । कार्य की गुणवत्ता व कार्यकौशल को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक प्रशिक्षण अनिवार्य रूप से होता है । इसे ध्यान में रखते हुए इस विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।. अस्पताल में आने वाले सभी तरह के मरीजों को इसका लाभ मिलेगा ।
संक्रमण काल में सभी तरह के मानकों को ध्यान में रखकर प्रशिक्षण का किया गया आयोजन:
क्लिनिकल टेक्निकल एक्सपर्ट ईश्वरी ने बताया वैश्विक महामारी कोविड-19 महामारी के संक्रमण काल में आयोजित प्रशिक्षण के दौरान हर तरह के मानकों का अनुपालन किया गया था और इससे बचाव के लिए सभी प्रतिभागियों को मास्क पहनना, समय-समय पर सैनिटाइजर का प्रयोग करना इसके साथ ही प्रशिक्षण के दौरान सामाजिक दूरी का ख़्याल विशेष तौर पर रखा गया । प्रशिक्षण कार्यक्रम में स्वास्थ्य विभाग की ओर से प्रतिनियुक्त टेरेसा मरांडी ने बताया चार दिवसीय अमानत प्रशिक्षण कार्यक्रम में 21 प्रतिभागियों को शामिल किया गया जिसमें पूर्णिया ईस्ट से 2, कसबा से 2, धमदाहा से 2, भवानीपुर से 2, बनमनखी से 2, बैसा से 2 जीएनएम, वायसी से 1, अमौर से 1, डगरुआ से 1, जलालगढ़ से 1, के नगर से 1 ए एनएम जबकि रुपौली से एक जीएनएम व एक एएनएम प्रतिभागी के रूप में शामिल हुई थी.
More Stories
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत ई-गोल्डन कार्ड बनाने के लिए जिले में चलेगा आयुष्मान पखवाड़ा
COVID-19 टीकाकरण के दूसरे चरण की हुई शुरुआत, जिला पदाधिकारी ने लगाया टीका
द्वितीय चरण अंतर्गत बेतिया, चनपटिया एवं नौतन विधानसभा क्षेत्रान्तर्गत मतदान 03 नवंबर को।