बहन की डोली उठने से पहले निकली भाई की अर्थी, पूरा गांव गम में डूबा
अरवल. बिहार के दरभंगा (Darbhanga) जिले के SSP के गार्ड के रूप में तैनात चिंटू पासवान (Chintu Paswan) का शव जैसे ही अरवल जिले के माली गांव पहुंचा तो लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा. उनके पार्थिव शरीर को देखने के लिए इलाके के लोगों की आंखें काफी देर से बेचैन थीं. बताते चलें कि चिंटू पासवान ने ड्यूटी के दौरान ही स्वचालित हथियार से गोली मारकर आत्महत्या (Suicide) कर ली थी. इनके पिता को भी वर्ष 1995 में प्रतिबंधित नक्सलियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी.
खास बात यह है कि 20 जून को उनकी बहन की शादी थी, लेकिन बहन की शादी से पहले ही भाई की अर्थी उठ गई. ऐसे में पूरा गांव शोक में डूब गया. मौके पर कई राजनीतिक और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी पहुंचकर पार्थिव शरीर के समक्ष एक मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी. उनके पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार गांव के पुनपुन नदी स्थित श्मशान घाट पर कर दिया गया. वहीं, इस घटना से घर वालों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया है.
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